Essay on Pigeon in Hindi - कबूतर पर निबंध हिन्दी में 2020

कबूतर पर निबंध - Essay on Pigeon in Hindi

Essay on Pigeon in Hindi - कबूतर एक उड़ने वाला पक्षी है, जो आसमान में उड़ता हुआ नज़र आता है। कबूतर देखने में एक सुंदर पक्षी है। यह सफ़ेद और सिलेटी दो रंगों में ज़्यादातर देखने को मिलता है। कबूतर को कई लोग घरों में भी पालते है। कहा जाता है कबूतर शांति का प्रतीक होते है। दोस्तों आज की इस पोस्ट में हमनें आपके साथ कबूतर पर निबंध सांझा किया है आप कबूतर पर निबंध नीचे पढ़ सकते है। उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आएगी।

Essay on Pigeon in Hindi

कबूतर पर निबंध - Essay on Pigeon in Hindi

कबूतर एक बहुत ही सुंदर पक्षी है और यह पूरे विश्व में पाया जाता है। कुछ लोग कबूतर को पालते भी है। कबूतर विभिन्न प्रकार के और तरह तरह के रंग में पाए जाते है। भारत में केवल स्फेद और स्लेटी कबुतर पाए जाते हैं।

कबूतर सफेद कबूतर घरों में पाले जाते हैं जबकि स्लेटी और भूरे कबूतर जंगलों में पाए जाते हैं। कबूतर के पास एक चोंच होती है और इसके पंजे ज्यादा नुकीले नहीं होते हैं। इनके पंजो की बनावट इस तरह होती है कि यह आसानी से पेड़ की शाखाओं को मजबूती से पकड़ सकते हैं। वह गुटर - गूं की आवाज करता है कबतर बहत ही शांत स्वभाव के होते हैं इन्हें शांति का प्रतीक माना जाता है इसलिए उसे हम शांतिदूत भी कहते है।

पुराने जमाने में इन्हें संदेश देने के लिए भेजा जाता था। कबूतर बहुत ही बुद्धधिमान पक्षी होता है। यह अपना रहने का स्थान ऊँची इमारतों और ऐतिहिसिक इमारतों के ऊपर बनाता हैं। कबुतर की जंगल में आयु 6 बर्ष की होती है।

ज्यादातर कबूतर शाकाहारी होते हैं। वह अनाज , बाजरे के दाने और फल आदि खाते हैं। कबूतर शांत स्वभाव का पक्षी है, इसलिए उसे हम शांतिदूत कहते है। यह मिलों का सफर तय करके वापिस उसी राह से दोबारा अपने स्थान पर जा सकता हैं।

कबूतर अपनी सुंदरता के कारण राजा महाराजाओं के महलों में भी रहता हैं। कबूतर को अच्छे भाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। कबूतर अपने आप को शीशे में देखकर पहचान लेते हैं और प्रतिबिंब को देखकर धोखा नहीं खाते हैं।

कबुतर किसी भी व्यक्ति को नहीं भूलते हैं और दोबारा दिखने पर उन्हें पहचान लेते हैं। कबुतरों को समूह में रहना पसंद होता है और साथ ही इन्हें इंसानों के साथ रहना भी अच्छा लगता है। कबुतर स्वभाव से मिलन - सार होते हैं।

कबुतर की देखने और सुनने की क्षमता अद्भुत होती है। वह भूकंप और तुफान की आवाजें आसानी से सुन लेते हैं। आज दिन प्रतिदिन कबूतरों की संख्या घटती जा रही है , यह बहुत चिंता की स्थिती है। हमें कबूतरों की रक्षा हमेशा करनी चाहिए।

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