भारत की परमाणु नीति क्या है?

भारत की परमाणु नीति क्या है?

भारत की परमाणु नीति -
भारत विनाशकारी उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा के उपयोग का विरोध करता है। भारत ने 1974 में एक परमाणु विस्फोट किया था, लेकिन साथ ही साथ यह भी घोषित किया कि भारत की परमाणु धमाका सैनिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए की गई थी। भारत ने परमाणु अप्रसार संधि (Nuclear Non-Proliferation Treaty) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं क्योंकि वह इसे गैर-परमाणु शक्तियों के लिए एक वितकरे के रूप में मानता है। भारत ने व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि (Comprehensive Test Ban Treaty) पर हस्ताक्षर नहीं किया क्योंकि यह भी परमाणु शक्तियों के पक्ष में था।  भारत निरस्त्रीकरण का समर्थक है। भारत ने 1974 के 24 साल बाद मई 1998 में फिर से पांच परमाणु विस्फोट किए।  इन परमाणु परीक्षणों को भारत ने अपनी सुरक्षा के लिए लाजमी बताया था। इन परमाणु विस्फोटों के बाद, भारत ने खुद घोषणा की कि वह और अधिक परमाणु विस्फोट नहीं करेगा। चाहे भारत ने परमाणु विस्फोट किये है, फिर भी भारत ने हमेशा संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर निरस्त्रीकरण के पक्ष में आवाज़ उठाई है।

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