बसंत पंचमी पर निबंध और भाषण - Essay on Basant Pachami in Hindi

Essay on Basant Pachami in Hindi - बसंत पंचमी पर निबंध और भाषण

Essay on Basant Pachami - हैलो दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट में बसंत पंचमी पर निबंध देने जा रहे है। बसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी सरस्वती को समर्पित है। बसंत पंचमी को देवी सरस्वती के जन्मदिन के रूप में भी माना जाता है। बसंत पंचमी का त्योहार विशेष रूप से शिक्षण संस्थानों में मनाया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी कला, बुध्दि और ज्ञान के निरंतर प्रवाह का प्रतीक है। बसंत का मौसम है, जब फसलें पूरी तरह से खिल जाती हैं, इसलिए लोग पतंग उड़ाकर भी इस अवसर को मनाते हैं। आप नीचे बसंत पंचमी पर निबंध पढ सकते है। उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आएगी।
Essay on Basant Pachami in Hindi

बसंत पंचमी in Hindi Essay, Short Hindi Essay on Basant Panchami (Festival)

भारत त्योहारों का देश है , यहाँ हर त्योहार धार्मिक अवसरो को तथा ऋतुओ के बदलने को ध्यान में रखकर मनाए जाते हैं , इन्ही में से एक है बसंत पंचमी । यह त्योहार हमारे देश मे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है । बंसत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी सरस्वती जी का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन सरस्वती जी की पूजा अर्चना की जाती है । पुरातन युग मे , इस दिन राजा समानतो के साथ हाथी पर बैठकर नगर का भ्रमण करते हुए देवआलय पहुँचते थे । वहा विधि पूर्वक कामदेव की तथा देवताओं की पूजा की जाती थी ।

बसंत पंचमी पर हमारी फसल गेहूं , जौ , चना आदि तैयार हो जाती हैं इसलिए इसकी खुशी मे सभी भारतीय बसंत पंचमी का त्योहार मानते है । संध्या के समय बसंत का मेला लगता हैं जिसमे लोग परस्पर एक दूसरे के गले से लगकर आपस मे मेल जोल तथा आनंद का प्रदर्शन करते हैं । कही कही पर विशेष रूप से गुजरात मे पतंगे उड़ाने का माहौल रहता है । इस दिन लोग पीले कपड़े पहनते है और पीले फूलो से माँ सरस्वती की पूजा अर्चना करते है । लोग इस पर्व पर पीले रंग का भोजन करते है अर्थात मिठाइया खाते है ।

ऋतुराज बसंत का बड़ा महत्व है । इसकी छटा निहारकर जड़ चेतन सभी मे नव जीवन का संचार होता हैं । सभी मे अपूर्व ऊर्जा और आनंद की लहर आती है । स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह ऋतु बड़ी ही उपयुक्त हैं । इस ऋतु मे प्रातरूकाल घूमने से मन मे प्रसन्नता और देह मे स्फूर्ति आती हैं । स्वस्थ और स्फूर्ति दायक मन मे अच्छे विचार आते हैं । बसंत ऋतू ऋतुओ का राजा कहलाया जाता हैं । इसमे प्रक्रति का सौन्दर्य सभी ऋतुयों से अधिक होता हैं । वन उपवन भांति भांति के पुष्पो से जगमगा उठते हैं । गुलमोहर , चम्पा , सूरजमुखी और गुलाब के पुष्पो के सौन्दर्य से आकर्षित रंग बिरंगी तितलियों और मधु मक्खियों मे मधुर रसपान की होढ़ सी लगी रहती हैं ।

इनकी सुंदरता देख कर मनुष्य भी झूम उठता हैं । यह दिन विद्यार्थियो के लिए भी विशेष महत्वपूर्ण दिन होता हैं । इस दिन सभी विद्यालयों मैं माँ सरस्वती की अर्चना की जाती हैं और उनके आशीर्वाद से ज्ञान से आगे बढ़ने की प्रेरणा ली जाती हैं । इस तरह बसंत पंचमी का त्योहार हर्ष उल्लास के साथ पूर्ण होता हैं ।

मां सरस्वती का वरदान हो आपको ,
हर दिन नई मिले खुशी आपको ,
दुआ हमारी है खुदा से ऐ दोस्त ,
जिन्दगी में सफलता हमेशा मिले आपको . . .

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