राज्य और सरकार में अंतर

आम बोलचाल में, राज्य और सरकार दोनों का एक ही अर्थ समझा जाता है। इसलिए दोनों शब्दों का इस्तेमाल एक दूसरे की जगह पर कर लिया जाता है, जैसा कि फ्रांस का बादशाह लुइस चौदहवां (Louis XIV) कहा करता था, “मैं राज्य हां” (I am the State.)। इस कथन से उनका अर्थ था कि वह सरकार है क्योंकि राज्य की सभी शक्तियाँ उसके पास थीं। इसी प्रकार हम सरकारी सहायता को राज्य की सहायता (State Aid) कह दिया करते थे। इंग्लैंड के प्रसिद्ध दार्शनिक हॉब्स (Hobbes) ने भी राज्य और सरकार में कोई अंतर नहीं किया था। सबसे पहले व्यक्ति इंग्लैंड के प्रसिद्ध अंग्रेजी दार्शनिक जॉन लॉक (John Locke) थे, जिन्होंने इन दोनों शब्दों में स्पष्ट अंतर समझाया। वास्तव में, राज्य और सरकार अलग-अलग संस्थाएँ है और दोनों के अलग-अलग अर्थ है। इन दोनों संस्थानों में मुख्य अंतर नीचे लिखे है -
राज्य और सरकार में अंतर

राज्य और सरकार के बीच अंतर

  1. राज्य पूर्ण है, सरकार उसका हिस्सा है।
  2. निश्चिंत भूमि राज्य के लिए जरूरी लेकिन सरकार के लिए नहीं।
  3. राज्य निराकार है, सरकार साकार है।
  4. राज्य स्थायी है, सरकार अस्थायी है।
  5. राज्य में पूरी आबादी शामिल है लेकिन सरकार में नहीं।
  6. राज्य की संप्रभुता है, सरकार के पास नहीं।
  7. राज्य के प्रकार नहीं होते, सरकार कई प्रकार की होती है।
  8. राज्य की सदस्यता अनिवार्य है, लेकिन सरकार की नहीं।
  9. लोग सरकार का विरोध कर सकते है, लेकिन राज्य का नहीं।

  1. राज्य पूर्ण है, सरकार उसका हिस्सा है - राज्य एक संपूर्ण कल्पना है। राज्य के चार तत्व है - जनसंख्या, निश्चित भूमि, सरकार और संप्रभुता लेकिन सरकार राज्य का एक हिस्सा है। सरकार राज्य के इन चार तत्वों में से एक है। राज्य के अस्तित्व से ही इस का अस्तित्व है। राज्य से अलग इसके अस्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा सकती। डॉ. गार्नर (Garner) के सुंदर शब्दों में सरकार की परिभाषा बताई है। उनके अनुसार, “सरकार उस संगठन का नाम है जो लोगों की सामूहिक या राज्य की इच्छा का निर्माण प्रकट और लागू करती है।”
  2. निश्चिंत भूमि राज्य के लिए जरूरी, लेकिन सरकार के लिए नहीं - निश्चित भूमि राज्य का एक जरूरी तत्व है। निश्चिंत भूमि के बिना राज्य की स्थापना असंभव है, लेकिन सरकार के लिए भूमि की कोई आवश्यकता नहीं होती। सरकार तो दूसरे राज्य में भी काम कर सकती है। उदाहरण के लिए, दूसरे विश्व युद्ध में नॉर्वे (Norway) जर्मनी से हार गया। हार जाने के बाद नॉर्वे की सरकार इंग्लैंड में जाकर अपना काम करती रही। युद्ध के अंत में जर्मनी हार गया तो नॉर्वे की सरकार वापस अपने देश लौट आए।
  3. राज्य निराकार है, सरकार साकार है - राज्य निराकार है। इसका मतलब यह है कि राज्य भाववाचक वस्तु है जिसका कोई आकार नहीं है। यह एक कल्पना है, इस को देखा नहीं जा सकता। लेकिन सरकार एक स्पष्ट चीज़ है। यह कुछ निश्चित व्यक्तियों का समूह है जो राज्य में शासन का प्रबन्ध करते है। इस को साकार रूप में देखा जा सकता है।
  4. राज्य स्थायी है, सरकार अस्थायी है - राज्य स्थिर है। राज्य की स्थिरता जल्द खत्म नहीं होती, लेकिन सरकार अस्थिर है। सरकारें बदलती रहती है। कभी कोई एक राजनीतिक दल सरकार का निर्माण करता है और कभी दूसरा। लेकिन सरकारों के बदलने से राज्य की स्थिरता पर इसका कोई प्रभाव नहीं होता। याद रखें कि यह कहना सही नहीं है कि राज्य का कभी अंत नहीं हो सकता। यदि कोई राज्य अपनी संप्रभुता खो देता है तो राज्य का अंत हो जाता है। यदि किसी राज्य की सारी जनसंख्या का अंत हो जाए तो भी राज्य की स्थिरता समाप्त हो जाती है।
  5. राज्य में पूरी आबादी शामिल है, लेकिन सरकार में नहीं - राज्य के क्षेत्र में रहने वाली पूरी आबादी राज्य में शामिल होती है, लेकिन सरकार में केवल कुछ नियुक्त व्यक्ति होते है। सरकार में केवल वही लोग शामिल होते है, जो कानून बनाते हैं और राज्य के कार्य को पूरा करने और न्याय करने के लिए नियुक्त किए जाते हैं।
  6. राज्य की संप्रभुता है, सरकार के पास नहीं - संप्रभुता राज्य की एक जरूरी विशेषता है। सरकार के पास संप्रभुता नहीं होती। सरकार के पास जो शक्ति होती है, वह राज्य द्वारा दी जाती है। राज्य किसी भी समय इस शक्ति को कम या बढ़ा सकते है और यदि चाहें तो इसे वापस ले सकते हैं। राज्य के पास सर्वोच्च और असीमित शक्ति है, लेकिन सरकार के पास सीमित शक्ति होती है और वह भी राज्य द्वारा प्रदान की जाती है।
  7. राज्य के प्रकार नहीं होते, सरकार कई प्रकार की होती है - राज्य के विभिन्न प्रकार नहीं हैं। सभी बड़े और छोटे राज्य एक ही प्रकार के होते हैं और हर राज्य के चार तत्व होते हैं (जनसंख्या, निश्चित भूमि, सरकार और संप्रभुता) लेकिन सरकार कई प्रकार की होती है। अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरह की सरकार होती है। जिस तरह भारत में संसदीय सरकार, संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रधानगी सरकार, कैनेडा में एक संघीय सरकार और इंग्लैंड में एकात्मक सरकार है। द्वितीय विश्व युद्ध से पहले जर्मनी और इटली में नाज़ी और फासिस्ट सरकारें थी, लेकिन इन सभी देशों में राज्य एक ही प्रकार का है।
  8. राज्य की सदस्यता अनिवार्य है, लेकिन सरकार की नहीं - प्रत्येक मनुष्य जन्म से ही एक राज्य का सदस्य होता है। राज्य की सदस्यता इछुक नहीं, बल्कि सभी के लिए जरूरी है। सरकार का मैंबर बनने के लिए इच्छा और योग्यता की जरूरत है। सरकार की सदस्यता किसी पर थोपा नहीं जा सकती, बल्कि व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर है, लेकिन राज्य की सदस्यता से कोई इन्कार नहीं कर सकता।
  9. लोग सरकार का विरोध कर सकते हैं, लेकिन राज्य का नहीं - सरकार मानव कल्याण के लिए स्थापित की जाती है। अगर कोई सरकार आपने उद्देश्य को पूरा नहीं करती है तो व्यक्ति ऐसी सरकार का विरोध कर सकता है। लेकिन राज्य का विरोध नहीं किया जा सकता है। राज्य सभी शक्तियों का केंद्र है और व्यक्ति और सरकार दोनों राज्य के अधीन हैं, इस लिए राज्य का विरोध करना संभव नहीं है।
निष्कर्ष - लास्की (Laski) ने राज्य और सरकार के बीच के संबंधों को सुंदर शब्दों में वर्णित किया है। उनके अनुसार, “सभी संस्थान व्यक्ति द्वारा काम करते हैं। वे अपनी शक्तियों का उपयोग किसी अन्य तरीके से नहीं कर सकती है। इसीलिए राज्य को व्यक्तियों के एक ऐसे संगठन की जरूरत है जो राज्य की शक्ति का उपयोग करें। इसी मानव संगठन का नाम सरकार है।”
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